शोक क्या है,
युगों से ढूंढ रहे हैं हम |
कभी कुरुक्षेत्र में तो कभी कलिंग में
कभी पानीपत में तो कभी प्लासी में
कभी जालियांवाला में तो कभी चौरी चौरा में |
कभी पंजाब में तो कभी बंगाल में
कभी अमृतसर में तो कभी आसाम में
कभी गोधरा में तो कभी दादरी में ।
क्या अर्जुन का प्रश्न शोक था,
क्या युधिष्ठिर की विरुक्ती शोक था,
क्या गांधारी का विलाप शोक था
क्या कर्ण का त्याग शोक था ?
क्या गांधी का सत्याग्रह शोक था,
क्या नेहरू की धर्मनिरपेक्षता शोक था,
क्या अम्बेडकर का संविधान शोक था?
क्या इरोम का विरोध शोक है,
क्या पोषणपोरा की शांति शोक है,
क्या दादरी की चुप्पी शोक है?
शोक क्या है?
शोक सभ्यता का मूल है,
शोक दुख का अध्यात्म है ।
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